Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बनारस पहुंचे थे। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि – भारत की राजनीति में कुछ लोग किस हद तक नीचे गिर गए हैं। मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना पसंद नहीं करता लेकिन जब सार्वजनिक रूप से काशी में मेरी मृत्यु की कामना की गई तो वाकई मुझे बहुत आनंद आया। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब यह कि मेरी मृत्यु तक न काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और न ही काशी मुझे छोड़ेगी।
आगे प्रधानमंत्री ने कहा – मुझे विश्वास है कि काशी की सेवा करते करते अगर मेरे मृत्यु लिखी होगी तो इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या होगा। उन घोर परिवारवादियों को मालूम नहीं है कि यह जिंदा शहर बनारस है। यह बनारस मुक्ति के रास्ते खोलता है और बनारस विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है वह देश के लिए गरीबी और अपराध से मुक्ति के रास्ते भी खोलेगा। यही मार्ग परिवारवाद में जकड़े भारत के लोकतंत्र को भी मुक्ति का रास्ता दिखाएगा।
विपक्षियों पर जमकर तंज कसते हुए मोदी ने आगे कहा कि – पहले घोर परिवारवादियों ने सरकार चलाई। उनकी पार्टी के साथ घोर परिवारवाद और माफियावाद जुड़ा हुआ है। हमारे परिवार के साथ सेवा जुड़ा हुआ है। कोरोना काल इसका उदाहरण है। हमारे लोगों ने घर-घर दवाइयां और राशन पहुंचाया। बनारस में कितने विदेशी नागरिक फंस गए थे, लेकिन काशी के लोगों ने उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने दी। पहले घोर परिवाववादी लोग हमारे कामों में अड़ंगा लगा देते थे। इन घोर परिवारवादियों ने ये धारणा बना रखी थी कि बनारस बदहाल रहा है और बदहाल ही रहेगा, लेकिन महादेव के आशीर्वाद से बनारस बदल रहा है। काशी भारत की संस्कृति की प्राचीन राजधानी रही है, लेकिन पिछली सरकारों ने बनारस को विकास से वंचित रख कर यहां के लोगों को परेशानियों के गर्त में धकेलने की कोशिश की।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के लंबे दौरे के बारे में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि – प्रधानमंत्री वहां दो-तीन महीने रहें। अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर वहीं रहा जाता है, बनारस में।